राष्ट्रीय पुरुस्कार से सम्मानित अनंत विजय के द्वारा लिखी गई यह पुस्तक संभवतया ओटीटी पर पहली पुस्तक है। इस पुस्तक को लेखक ने 9 अध्याय में विभाजित किया है।
लेखक ने एक अध्याय में बिंदुवार तरीके से यह समझाने की कोशिश की है कि गांधीजी की हत्या को रोका जा सकता था। प्रखर श्रीवास्तव वर्ष 2005 से ही गांधी हत्याकांड से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर कार्य कर रहे हैं।