सूचना:
एक्सचेंज4मीडिया ग्रुप की एक मात्र हिंदी वेबसाइट 'samachar4media.com' है और इससे मिलती जुलती वेबसाइट्स से 'समाचार4मीडिया' का कोई संबंध नही है। कुछ वेबसाइट्स 'समाचार4मीडिया' के कंटेंट का हू-ब-हू इस्तेमाल कर रही हैं, जिसे लेकर अब कानूनी सलाह ली जा रही है।

विचार मंच न्यूज़

‘आज ज्यादातर पत्रकार, खासतौर से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया वाले पढ़ते कम और बोलते बहुत ज्यादा हैं। उन्हें सामान्य बातें भी पता नहीं होती। वे यह मानकर चलते हैं कि उन्हें सब कुछ पता है। जबकि वे इतने भाग्यशाली है कि उनके पास गूगल सरीखे स्त्रोत मौजूद है जो कि कम से कम सतही जानकारी तो दे ही सकते हैं।’ हिंदी दैनिक अखबार ‘नया इंडिया’ के जरिए ये कहना है वरिष्ठ पत्

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago


‘अगर किसी खबर या आलेख को अखबार का पूरा एक पन्ना दिया गया है, तो इसका मतलब है कि उसे बहुत अधिक महत्त्वपूर्ण माना जा रहा है। लेकिन महत्त्व का किसी आलेख की लंबाई से कुछ भी लेना-देना नहीं है।’ बिजनेस स्टैंडर्ड में छपे अपने के जरिए ये कहा कॉलमिनिस्ट वनिता कोहली-खांडेकर ने। उनका पूरा आलेख आप यहां पढ़ सकते हैं: जारी रहेगा लंबे आलेख और कहानियां

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago


<strong>भव्य श्रीवास्तव</strong> मीट बड़ा महंगा हो गया है। और बीफ खाने पर तो जान का खतरा ही मंडरा रहा है। गौहत्या की खबरें टीवी न्यूज पर हमेशा से ‘सेल्फबैन' ही रहती थी। महाराष्ट्र सरकार ने गौहत्या की खबरों की वापसी कुछ दिनों के लिए करवाई तो जैन धर्म के आस्थावानों ने देशव्यापी पर्यूषण पर्व के जरिए मीट का प्रत्याहार तय कर दिया। खानपान का धर्म खतरे

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago


तरुण वत्स मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है और सभी इस बात को समझते-जानते हैं कि यह मीडिया की ही ताकत है तो हमें घर बैठे ही देश के हर हिस्से की जानकारी मिल जाती है। आज के इस सूचना तकनीक के दौर में मीडिया देश के हर कोने में स्थापित हो चुका है और अब किसी खबर का पता लगना बहुत बड़ी बात नहीं रह गयी है। मीडिया ने भी अपनी एक

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago


दैनिक हिन्दुस्तान के प्रधान संपादक शशि शेखर का हिन्दुस्तान में ‘आजकल’ नाम से साप्ताहिक कॉलम हर रविवार को प्रकाशित होता है।इस बार उनका ये कॉलम खबरों की सुर्खियों पर है। उन्होंने इस कॉलम के जरिए जहां किसी खबर की हेडलाइन के महत्व के बारे में बताया है, तो साथ ही किस तरह पाठक आपके अखबार से हेडलाइन के जरिए जुड़ता है, इस अहम विषय पर भी बात की है। आप उनका

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago


चर्चित कवि अनिल कुमार शर्मा का ‘कंगाल होता जनतंत्र’ काव्य दो दशकों के आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र को आधार बना कर लिखा गया है, उनके काव्य की समीक्षा समीक्षक एम.एम. चंद्रा ने की है, जिसे आप यहां पढ़ सकते हैं: ‘कंगाल होता जनतंत्र’ अनिल कुमार शर्मा का पहला काव्य संग्रह है। यह संग्रह पिछले दो दशकों के आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक और

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago


‘बिहार का सच भी यही है कि आरक्षण शब्द जिन्दगी से जुड़ा है। यानी मंडल की भूमिका और कमंडल की चुनावी दस्तक के बीच विकास से कही ज्यादा तरजीह उन सवालों को हल करने की देनी होगी जो पारंपरिक तौर पर जातियों की रोजी रोटी से जुड़े रहे।’ अपने ब्लॉग (http://prasunbajpai.itzmyblog.com) के जरिए ये कहा वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी ने। उनका पूरा आलेख आप यहा

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago



वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार डॉ. वीरेन डंगवाल का 68 साल की आयु में सोमवार की सुबह बरेली में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। बरेली के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। कैंसर होने के बाद भी वह कई साल से लेखन में सक्रिय थे। उनको श्रृद्धांजलि अर्पित करते हुए हिंदी दैनिक अखबार ‘अमर उजाला’ में वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार मंगलेश डबराल का एक कॉलम प्रकाश

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago


समाचार4मीडिया ब्यूरो ।। ‘रुपर्ट मर्डोक जैसे कई व्यक्तियों ने मोदी की तारीफ के पुल बांध दिए हैं लेकिन असली सवाल यह है कि ये सब बातें और मुलाकातें कहीं कोई गहरा भ्रमजाल बनकर न रह जाएं?’ हिंदी अखबार नया इंडिया में छपे अपने आलेख के जरिए ये सवाल उठाया वरिष्ठ पत्रकार डॉ.वेदप्रताप वैदिक ने उनका पूरा आलेख आप यहां पढ़ सकते हैं:

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago


‘भारत और पाकिस्तान के पत्रकार अगर एक-दूसरे से नहीं मिलते, तो फिर वे अपने-अपने देश के भौंड़े प्रवक्ता बन जाते हैं और टेलीविजन चैनलों की टीआरपी की खातिर नए-नए तरह के स्वांग रचने लगते हैं। मेरा मानना है कि सरकारें दोस्ती चाहती हैं या नहीं, यह विषय अलग है, लेकिन सरकारें स़िर्फ इतना करें कि दोनों देशों के पत्रकारों को एक-दूसरे के देश में आने-जाने की सुवि

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago


क्या सरकारी नौकरशाह हमारे नेताओं को अनाड़ी और घुटनेटेकू सिद्ध करने पर आमादा हैं? हिंदी अखबार नया इंडिया में छपे अपने आलेख के जरिए ये सवाल उठाया वरिष्ठ पत्रकार डॉ. वेदप्रताप वैदिक ने उनका पूरा आलेख आप यहां पढ़ सकते हैं: अनाड़ी और घुटनेटेकू?

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago


समाचार4मीडिया ब्यूरो ।। आज विश्व नदी दिवस है और पूरी दुनिया में नदियों को बचाने और जल प्रदूषण से लड़ने का संकल्प लिया जा रहा है लेकिन जैसी की पहले से उम्मीद थी, देश के मुख्य धारा के मीडिया ने जीवन के अस्तित्व से जुड़े इस महत्वपूर्ण मुद्दे की पूरी तरह से अनदेखी ही

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago


‘सही मायने में इंटरनेट धारावाहिकों के लिए भारत में यह सही वक्त भी है। पिछले कुछ साल में टीवी देखने का ढर्रा काफी बदला है। दुनिया में सबसे ज्यादा युवा आबादी वाले देश के दर्शकों की मांग को पूरा करने के लिए ज्यादातर पारिवारिक कहानियां हैं, जिनमें युवाओं की कोई रुचि नहीं।’ हाल ही में हिंदी दैनिक अखबार हिन्दुस्तान में छपे अपने आलेख के जरिए ये कहना है ल

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago


डॉ. मुकेश कुमार फेहरिस्त लंबी है। रवीश कुमार पहले व्यक्ति नहीं हैं ज

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago


‘भाषा में आ रहे ये परिवर्तन यूं ही नहीं हो रहे, बल्कि वे प्रयत्नपूर्वक लाए जा रहे हैं। इसे आप चाहें तो षड्यंत्र भी कह सकते हैं, क्योंकि भाषा वर्चस्व स्थापित करने का एक बड़ा ज़रिया होती है। वह उस संस्कृति का हिस्सा होती है जो व्यवस्था अपने हितों की पूर्ति के लिए तैयार करती है।’ अपने फेसबुक वॉल के जरिए ये कहा वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार ने। उनका पूरा

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago


‘अगर मीडिया का दबाव जजों को भी प्रभावित करता है तो फिर क्यों यह दावा किया जाता है कि जजों का फैसला ट्रेंड माइंड से होता है?’ हिंदी अखबार दैनिक जागरण में छपे अपने आलेख के जरिए यह सवाल उठाया वरिष्ठ पत्रकार एन.के.सिंह ने। उनका पूरा आलेख आप यहां पढ़ सकते हैं: मीडिया ट्रायल की सच्चाई

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago


राधे मां के मुद्दे पर आईबीएन7 पर हो रहे लाइव डिबेट शो में तमाचेबाजी हुई। ये सब हुआ रविवार को IBN7 के एक डिबेट प्रोग्राम में हुआ, जिसमें एंकर थे डॉ. प्रवीण तिवारी। हालांकि इस घटना के बाद चला निंदा करने का दौर। इतनी ज्यादा निंदा की गई कि एक घंटे के अंदर ट्विटर टॉप ट्रेंड बन गया। इतना ही नहीं, जितनी बार निंदा की गई, उतनी बार इस विडियो को फिर से रिपीट

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago